Bharat Gatha Guruji Shri Ravindra Sharma ki Drishti Se Khand-1 Bhikshavriti (Hindi)
$36
Author: | Edited by Ashish Kumar Gupta |
ISBN 13: | 9789391045944 |
Binding: | Softcover |
Language: | Hindi |
Year: | 2023 |
Subject: | Hindi Literature |
About the Book
यह पुस्तिका आदिलाबाद (तेलंगाना) के 'गुरुजी' रवीन्द्र शर्मा (1952 –2018) के ‘भिक्षा-वृत्ति' सम्बन्धी विमर्शो पर आधारित है। गुरुजी अनेक कलाओं के महारथी रहे, और सभी कौशल स्थानीय समाज में रहते हुए ही सीखे। जैसे, नक्काश जाति के लोगों से चित्रकारी सीखी, चर्मकार जाति के लोगों से चमड़े का काम, ओझा लोगों से ढलाई का काम, कुम्हार जाति के लोगों से मिट्टी का काम, मोहल्ले के अखाड़े में पहलवानी और लाठी भाँजना सीखी, इत्यादि । ऐसे में, गाँव, समाज में आते रहने वाले भिक्षा-वृत्ति समाज से भी गुरुजी का सहज परिचय गया। पूरे गाँव-समाज के अतिरिक्त, हर जाति का अपना भिक्षावृत्ति समाज भी होता है जो उस जाति का इतिहास-वर्णन करता है, उनके विवाद सुलझाने में सहायक होता है, और उस जाति का बाकी समाज के साथ सही व्यवहार को सुनिश्चित करता है। यह पुस्तिका समाज को वृत्ति के आधार पर व्यवस्थित देखती है, और वृत्ति एवं जाति के बीच के अंतरसम्बंध की बात करती है। यह विमर्श हमें शायद ही कहीं मिलेगा। ऐसे ही गुरुजी का जाति का वर्णन आज की जाति की अवधारणा से बिलकुल ही अलग है। प्रस्तुत पुस्तक गुरुजी श्री रवीन्द्र शर्मा जी की बातचीत पर आधारित पुस्तकमाला की प्रथम पुस्तिका है, जिसमें ‘भिक्षावृत्ति' जैसे महत्त्वपूर्ण विषय को उनकी विशेष दृष्टि से समझने का प्रयास किया गया है।